पलामू: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची में बरही विधायक उमाशंकर अकेला का नाम नहीं होने से बवाल मच गया है। अपने टिकट कटने से आक्रोशित उमाशंकर अकेला ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने का फैसला लिया। शुक्रवार सुबह उन्होंने पलामू में सपा की सदस्यता ग्रहण की और बरही सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। अकेला ने कांग्रेस पर टिकट बंटवारे में “पैसों का खेल” खेलने का गंभीर आरोप लगाया। उनके अनुसार, उनसे दो करोड़ रुपए की मांग की गई थी, और राशि न देने पर उनका टिकट काट दिया गया।
कांग्रेस पर गंभीर आरोप, टिकट बंटवारे में “पैसों का खेल”
उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया कि टिकट वितरण में पैसों का खेल किया गया है। उनके अनुसार, पार्टी में ईमानदार नेताओं को दरकिनार कर ऐसे व्यक्तियों को टिकट दिया गया जो कांग्रेस के प्रति वफादार नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि पार्टी में उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी, जो वे नहीं दे पाए, इसलिए उनका टिकट काट दिया गया। उन्होंने कांग्रेस पर उन नेताओं का अपमान करने का भी आरोप लगाया जो निष्ठा से पार्टी के लिए कार्य कर रहे थे।
सपा से चुनाव लड़ने का ऐलान, बड़े राजनीतिक बदलाव के संकेत
समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद, उमाशंकर अकेला ने बरही से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे जेपी आंदोलन के अनुयायी रहे हैं और उन्होंने हमेशा सच्चाई के लिए संघर्ष किया है। सपा में शामिल होने के साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर ईमानदार नेताओं को अपमानित करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन का समय आ गया है।
ददई दुबे भी छोड़ सकते हैं कांग्रेस
कल जारी हुई कांग्रेस की सूची पर एक नजर डालें तो वरिष्ठ नेता ददई दुबे का नाम भी सूची में नहीं है, जिसके कारण कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भी जल्द ही कांग्रेस से इस्तीफा दे सकते हैं। दुबे का झुकाव समाजवादी पार्टी की ओर दिखाई दे रहा है, क्योंकि सपा भी इस बार चुनाव में खासा उत्साहित है, विशेषकर बिश्रामपुर सीट को लेकर। दुबे के सपा में जाने की संभावना इस बात को और बल देती है कि कांग्रेस में असंतोष बढ़ता जा रहा है, जो आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
सपा के प्रदेश प्रभारी का बयान, झारखंड में होगा बड़ा बदलाव
समाजवादी पार्टी के झारखंड प्रभारी व्यास जी गौंड ने कहा कि पार्टी में जल्द ही कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, जिससे राज्य में राजनीतिक समीकरण बदलने की संभावना है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष केश्वर यादव ने दावा किया कि झारखंड में समाजवादी पार्टी के सहयोग के बिना सरकार का गठन नहीं होगा।
कांग्रेस के लिए चुनावी मौसम में बड़ा नुकसान
उमाशंकर अकेला के सपा में शामिल होने से कांग्रेस को चुनावी मौसम में बड़ा झटका लगा है। उनकी और संभावित रूप से ददई दुबे की बगावत से कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो सकती है, जिससे विपक्षी दलों को लाभ होने की उम्मीद है।